शिवलिंग पारद - AN OVERVIEW

शिवलिंग पारद - An Overview

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कुछ मान्यताओं के अनुसार, पारद शिवलिंग की पूजा करने से ग्रह दोषों से रक्षा मिलती है।

अगर आप भी जीवन में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो पारद शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए।

यह घर के सदस्यों को नकारात्मक विचारों और भावनाओं से बचाता है।

पूजारत्नयंत्ररुद्राक्षमूर्तिसभी उपाय कॉर्पोरेट सूचना

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ग्रह दोष निवारण: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पारद शिवलिंग की पूजा से ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है।

वैसे तो नर्मदेश्वर शिवलिगं श्रेणी के शिवलिंग को प्राण प्रतिष्ठा की click here जरूरी नहीं होती है और पारद शिवलिंग भी अपने आप में एक पवित्र लिंगम है पर फिर भी शिवलिंग को घर में स्थापित करने से पहले उसकी भली प्रकार पूजा अर्चना किया जाना बहुत आवश्यक है। आइये जानते है किसी भी पारद शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा

इस शिवलिंग की धातु के गुणकारी तत्वों के द्वारा शरीर में उपस्थित सभी प्रकार के रोग, विकार, द्वेष आदि में लाभ मिलता है।

यदि आपके घर में शिवलिंग है, तो इसके नियम जानकर उनका पालन जरूर करें, तभी आपकी पूजा फलित हो पाएगी.

तुम्ही भक्तिभावनेने त्या शिवलिंगाला देवघरात स्थान देऊ शकता. 

साथ ही इसका आकार आपके अंगूठे के ऊपर वाले पोर से ज्यादा बड़ा नहीं होना चाहिए।

यह शिवलिंग आपके घर के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का विस्तार करता है जिसके माध्यम से पारिवारिक जन में आपसी मतभेद नहीं होते और प्रेम-सौदार्ह का माहौल बना रहता है।

रुद्र संहिता , पारद संहिता , ब्रम्हपुराण , शिव पुराण , उपनिषद , अशा अनेक ग्रंथात पारद शिवलिंगाचे वर्णन दिले गेले आहे.

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